बवासीर होने का कारण
बवासीर (Piles / Hemorrhoids) होने का मुख्य कारण गुदा (anus) और मलाशय (rectum) की नसों पर ज़्यादा दबाव पड़ना है।
इस दबाव की वजह से नसें फूल जाती हैं और सूजन आ जाती है।
**मुख्य कारण:**।
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1. **कब्ज़ (Constipation)** – मल सख़्त होने से ज़्यादा ज़ोर लगाना पड़ता है, जिससे नसों पर दबाव पड़ता है।
2. **लंबे समय तक बैठना** – खासकर टॉयलेट पर देर तक बैठने से।
3. **कम फाइबर वाला आहार** – जिससे मल नरम नहीं बन पाता।
4. **कम पानी पीना** – शरीर में पानी की कमी से कब्ज़ बढ़ती है।
5. **गर्भावस्था** – प्रेग्नेंसी में पेट के अंदर दबाव बढ़ने से।
6. **भारी वजन उठाना** – बार-बार हैवी लिफ्टिंग करने से पेट के निचले हिस्से में प्रेशर बढ़ जाता है।
7. **मोटापा (Obesity)** – ज़्यादा वजन होने से नसों पर लगातार दबाव।
8. **लंबे समय तक खड़े रहना या बैठना** – ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत आती है।
9. **बार-बार दस्त या डायरिया** – जिससे नसें कमजोर और संवेदनशील हो जाती हैं।
बवासीर से बचने के लिए आपका रोज़ का डाइट और लाइफस्टाइल ऐसा होना चाहिए जिससे **कब्ज़ न हो, मल नरम रहे और पेट व नसों पर दबाव कम पड़े**।
मैं इसे सुबह से रात तक का **पूरा आसान प्लान** दे रहा हूँ, जिसे आप घर पर फॉलो कर सकते हैं।
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## **🌅 सुबह (6–8 बजे)**.
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* उठते ही **1 गिलास गुनगुना पानी** पीएँ, चाहें तो उसमें नींबू और थोड़ा शहद डाल लें।
* 5–6 **भीगे हुए बादाम** या 1 चम्मच **अलसी के बीज** खा सकते हैं।
* हल्की **सुबह की वॉक (15–20 मिनट)** – इससे आंतें एक्टिव होंगी।
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## **🥣 नाश्ता (8–9 बजे)**
* **ओट्स / दलिया / पोहा / उपमा** में हरी सब्ज़ियाँ डालकर।
* 1 कटोरी **पपीता** या मौसमी फल (जैसे सेब, अमरूद, संतरा)।
* चाय पीनी हो तो बिना दूध वाली ग्रीन टी या लेमन टी लें।
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## **🍵 मिड-मॉर्निंग स्नैक (11–11:30 बजे)**
* नारियल पानी / छाछ
* 1 केला या 1 गाजर
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## **🍛 दोपहर का खाना (1–2 बजे)**
* 1–2 चपाती (गेहूं + बाजरा या ज्वार मिक्स)
* 1 कटोरी दाल
* हरी सब्ज़ी (पालक, लौकी, तोरी, गाजर, बीन्स)
* सलाद: खीरा, टमाटर, गाजर, मूली
* 1 कटोरी दही (नमक या भुना जीरा पाउडर डालकर)
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## **🍏 शाम (4–5 बजे)**
* 1 फल (अंगूर, नाशपाती, या पपीता)
* 1 गिलास गुनगुना पानी
* चाहें तो 5–10 भुने हुए चने
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## **🍲 रात का खाना (8–8:30 बजे)**
* हल्का खाना लें: दलिया, खिचड़ी, या सूप के साथ 1–2 चपाती
* हरी पत्तेदार सब्ज़ी ज़रूर लें
* सोने से 1–2 घंटे पहले खाना खत्म कर लें
* रोज़ **8–10 गिलास पानी** पिएँ।
* रोज़ 20–30 मिनट हल्की वॉक करें।
* मल रोककर न बैठें, और टॉयलेट पर **मोबाइल इस्तेमाल न करें** ताकि ज्यादा देर न लगे।
* मसालेदार, तैलीय, जंक फूड, और ज्यादा चाय-कॉफी से बचें।
* रोज़ **फाइबर** से भरपूर आहार लें (फल, सब्ज़ी, साबुत अनाज,
इससे बवासीर दोबारा होने का खतरा बहुत कम हो जाएगा।
## **✅ रोज़ खाने वाली चीज़ें (High Fiber + Easy Digestion)**
* **फल**: पपीता, अमरूद, सेब, संतरा, नाशपाती, अंगूर, केला (अत्यधिक पका हुआ)
* **हरी सब्ज़ियाँ**: पालक, मेथी, लौकी, तोरी, परवल, गाजर, चुकंदर, बीन्स
* **साबुत अनाज**: गेहूं, ज्वार, बाजरा, ओट्स, ब्राउन राइस
* **दालें**: मूंग दाल, मसूर दाल, अरहर दाल (कम मसाले वाली)
* **बीज**: अलसी के बीज, चिया सीड्स, सूरजमुखी के बीज
* **ड्राई फ्रूट्स**: भीगे बादाम, अंजीर, किशमिश (3–4)
* **तरल पदार्थ**: 8–10 गिलास पानी, नारियल पानी, सूप
* तैलीय और मसालेदार भोजन (पकौड़े, समोसा, चाट)
* पैकेट वाले जूस और कोल्ड ड्रिंक्स
* मैदा से बनी चीज़ें (ब्रेड, पिज़्ज़ा, बर्गर)
* बहुत तीखे अचार, मिर्च, मसाले
☑ 20–30 मिनट वॉक या हल्की एक्सरसाइज़
☑ रोज़ 2–3 तरह के फल और सब्ज़ियाँ लेना
जब मल पास होता है, तो ये सूजी हुई नसें रगड़ खा जाती हैं या फट जाती हैं, जिससे खून निकलने लगता है।
### **मुख्य कारण जिनसे बवासीर में खून आता है**
1. **कब्ज़ (Constipation)** – सख़्त मल निकलते समय ज़्यादा ज़ोर लगाने से नसों पर चोट लगती है।
2. **मलाशय की नसों का फटना** – सूजी और पतली नसें मल के दबाव से फट जाती हैं।
3. **लंबे समय तक टॉयलेट पर बैठना** – नसों पर लगातार दबाव पड़ता है।
4. **इंफेक्शन या सूजन** – बवासीर वाली जगह पर इंफेक्शन होने से खून आ सकता है।
5. **लंबे समय तक दस्त** – बार-बार रगड़ से भी नसें छिल सकती हैं।
6. **ज्यादा मसालेदार भोजन** – इससे जलन और सूजन बढ़कर खून आने की संभावना बढ़ जाती है।
यहाँ मैं आपको **बवासीर में खून रोकने के लिए तुरंत असरदार घरेलू + मेडिकल उपाय** दे रहा हूँ,
ताकि सूजन और ब्लीडिंग जल्दी कंट्रोल हो सके और दर्द भी कम हो।
## **🩺 मेडिकल उपाय (डॉक्टर द्वारा सलाह के साथ)**
1. **हेमोरॉइड क्रीम / ओइंटमेंट**
* जैसे *Anovate*, *Pilex*, *Proctosedyl* (डॉक्टर की सलाह से)
* सूजन और जलन कम करते हैं, ब्लीडिंग कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
2. **सिट्ज़ बाथ (गुनगुना पानी स्नान)**
* एक टब में गुनगुना पानी लें, उसमें 10–15 मिनट दिन में 2–3 बार बैठें।
* इससे नसों का दबाव कम होगा और खून रुकने में मदद मिलेगी।
* डॉक्टर ओरल मेडिसिन (*Daflon*, *Venotonics*) दे सकते हैं, जो नसों को मजबूत बनाते हैं।
* जरुरत पड़ने पर मिनर सर्जिकल प्रोसीजर (Rubber band ligation या Infrared coagulation) किया जाता है।
## **🏠 तुरंत असरदार घरेलू उपाय**
1. **बर्फ की सिकाई (Ice pack)**
* कपड़े में बर्फ लपेटकर 5–10 मिनट गुदा क्षेत्र पर लगाएँ।
* इससे ब्लीडिंग और सूजन दोनों जल्दी कम होंगी।
* पपीता, अमरूद, तरबूज, ओट्स, दलिया, और हरी सब्ज़ियाँ लें।
* दिनभर 8–10 गिलास पानी पीएँ, ताकि मल नरम रहे और रगड़ न लगे।
* 3–4 अंजीर रात को पानी में भिगोकर सुबह खाएँ।
* कब्ज़ और सूजन दोनों में राहत देगा।
* मलद्वार पर हल्का नारियल तेल या देसी घी लगाने से घर्षण कम होता है और घाव जल्दी भरता है।
* रात को सोने से पहले 1 चम्मच त्रिफला पाउडर गुनगुने पानी के साथ लें, कब्ज़ दूर होगी।
## **🚫 ध्यान रखने वाली बातें**
* मसालेदार, तैलीय और जंक फूड से बचें।
* टॉयलेट में देर तक न बैठें, मोबाइल का इस्तेमाल न करें।
* भारी वजन न उठाएँ और ज़्यादा देर खड़े न रहें।
* रोज़ 20–30 मिनट वॉक करें, ताकि ब्लड सर्कुलेशन अच्छा रहे।
यह रहा **बवासीर में खून रोकने और सूजन कम करने के लिए 3 दिन का “तुरंत राहत प्लान” चार्ट** –
इसे आप सुबह से रात तक फॉलो करेंगे तो 2–3 दिन में काफी आराम मिलेगा।
## **📅 दिन 1 से दिन 3 – पूरा शेड्यूल**
* उठते ही 1 गिलास **गुनगुना पानी** + 1 चम्मच शहद + ½ नींबू।
* 3–4 **भीगे हुए अंजीर** या किशमिश खाएँ (कब्ज़ से राहत के लिए)।
* **ओट्स/दलिया** में पपीता या केला मिलाकर खाएँ।
* 1 गिलास **छाछ** (भुना जीरा पाउडर डालकर)।
### **🛁 मिड-मॉर्निंग (10–11 बजे)**
* **सिट्ज़ बाथ**: गुनगुने पानी में 10–15 मिनट बैठें।
* इसके बाद गुदा क्षेत्र पर **बर्फ की सिकाई** 5 मिनट के लिए।
### **🍛 दोपहर का खाना (1–2 बजे)**
* 2 चपाती (गेहूं + ज्वार/बाजरा)
* 1 कटोरी मूंग दाल या मसूर दाल (कम मसाले वाली)
* उबली/भाप में पकी सब्ज़ी (लौकी, तोरी, पालक, गाजर)
* 1 गिलास नारियल पानी या हल्का नींबू पानी।
### **🍲 रात का खाना (8 बजे से पहले)**
* हल्की **मूंग दाल खिचड़ी** या दलिया
* खाने के बाद 1 गिलास गुनगुना पानी
### **🌙 सोने से पहले (9–10 बजे)**
* 1 चम्मच **त्रिफला पाउडर** गुनगुने पानी के साथ
* गुदा क्षेत्र पर हल्का **नारियल तेल** लगाएँ (घर्षण और जलन कम करने के लिए)
## **💡 विशेष टिप्स (पूरे 3 दिन)**
* टॉयलेट में 3–4 मिनट से ज़्यादा न बैठें।
* मसालेदार, तैलीय, और जंक फूड बिल्कुल न लें।
* भारी वजन न उठाएँ और ज़्यादा देर खड़े न रहें।
ऐसा करने से प्लान मिस नहीं होगा और जल्दी राहत मिलेगी।
### **क्यों इन्हीं डॉक्टर को दिखाएँ**
* **जनरल सर्जन**: बवासीर, फिशर, फिस्टुला जैसी गुदा संबंधी बीमारियों का इलाज करते हैं।
* **प्रॉक्टोलॉजिस्ट**: गुदा और मलाशय की बीमारियों के स्पेशलिस्ट होते हैं।
* ये डॉक्टर दवाइयों से लेकर छोटी-मोटी प्रक्रियाएँ (जैसे रबर बैंड लिगेशन, लेज़र सर्जरी) भी करते हैं।
### **अगर तुरंत दिखाना ज़रूरी हो**
* मल त्याग के समय **बहुत दर्द** या सूजन है
* चक्कर या कमजोरी महसूस हो रही है (खून की कमी के कारण)
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