Good & services tax ITR live in india





भारत में **कर (Tax) व्यवस्था बहुत प्राचीन समय से चली आ रही है**। अलग-अलग काल में अलग-अलग प्रकार के कर लागू होते रहे। ### संक्षेप में कर का इतिहास: 1. **प्राचीन भारत (मौर्य और गुप्त काल)** * कौटिल्य के *अर्थशास्त्र* (लगभग 3री शताब्दी ईसा पूर्व) में कर व्यवस्था का विस्तार से वर्णन है। * किसानों से उपज पर कर (लगभग 1/6 भाग) लिया जाता था। * व्यापार और पेशे पर भी कर लगाया जाता था। 2. **मध्यकालीन भारत (दिल्ली सल्तनत और मुग़ल काल)** * जज़िया, भूमि कर (खिराज), तथा व्यापार कर वसूले जाते थे। * अकबर ने *दहसाला प्रणाली* (आधुनिक ज़मीन बंदोबस्ती प्रणाली) लागू की। 3. **ब्रिटिश काल** * भारत में **आधुनिक कर प्रणाली ब्रिटिश सरकार ने शुरू की**। * **आयकर (Income Tax) पहली बार 1860 में** लॉर्ड कैनिंग (Governor General) के समय लागू किया गया। यह 1857 की क्रांति के बाद सरकार के खर्च पूरे करने के लिए लगाया गया था। * बाद में 1886 में नया **Income Tax Act** आया, और फिर 1918 तथा 1939 में इसे संशोधित किया गया। 4. **स्वतंत्र भारत** * आज़ादी के बाद 1961 में **Income Tax Act, 1961** लागू किया गया, जो आज भी (संशोधनों के साथ) प्रभावी है। * इसके बाद GST (Goods and Services Tax) 1 जुलाई 2017 को लागू किया गया, जिसने केंद्र और राज्य के कई अप्रत्यक्ष करों को समाहित कर दिया। 👉 यानी अगर पूछा जाए कि **भारत में टैक्स कब लागू हुआ?** * तो आधुनिक अर्थों में **पहली बार 1860 में आयकर लगाया गया था**। * लेकिन कर वसूली की परंपरा **प्राचीन काल से ही मौजूद रही है**। यह रहा **भारत में टैक्स का इतिहास (Timeline Chart)** 👇 * प्राचीन काल – कौटिल्य का *अर्थशास्त्र* (3री शताब्दी ईसा पूर्व)* मध्यकाल – जज़िया, खिराज, दहसाला प्रणाली* 1860 – ब्रिटिश काल: पहला आयकर कानून (Lord Canning)* 1886 – नया Income Tax Act* 1918 और 1939 – संशोधन* 1961 – स्वतंत्र भारत: Income Tax Act, 1961* 2017 – GST लागू👉बहुत अच्छा सवाल 👍**Income Tax Act, 1961** भारत का सबसे मुख्य कर क़ानून है, जो 1 अप्रैल 1962 से लागू हुआ।### इसका मतलब:यह कानून यह तय करता है कि –* किसे आयकर (Income Tax) देना होगा,* किस आय पर कितना टैक्स लगेगा,* टैक्स की दरें (Slab rates) क्या होंगी, * किन लोगों/आय पर छूट (Exemptions) या कटौती (Deductions) मिलेगी, * टैक्स की वसूली, रिफंड, पेनल्टी और अपील की प्रक्रिया क्या होगी। --- ### **मुख्य बातें – Income Tax Act, 1961** 1. **लागू होने की तारीख:** 1 अप्रैल 1962 से पूरे भारत में लागू। 2. **टैक्स देने वाले व्यक्ति (Assessee):** * Individual (व्यक्ति) * Hindu Undivided Family (HUF) * Company (कंपनी) * Firm (फर्म/पार्टनरशिप) * Association of Persons (AOP) * Body of Individuals (BOI) * Local Authority * Artificial Juridical Person 3. **आय के स्रोत (Sources of Income):** Income Tax Act के अनुसार किसी भी व्यक्ति की आय 5 मुख्य "हेड्स" में बाँटी गई है – * Salary (वेतन) * House Property (मकान संपत्ति) * Business or Profession (व्यापार/पेशा) * Capital Gains (पूँजीगत लाभ) * Other Sources (अन्य आय, जैसे ब्याज, लॉटरी आदि) 4. **छूट और कटौतियाँ (Exemptions & Deductions):** * धारा 80C: निवेश पर छूट (PF, LIC, PPF, ELSS आदि) * धारा 80D: स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर छूट * धारा 10: कुछ आय (जैसे कृषि आय) पूरी तरह टैक्स-फ्री 5. **संशोधन (Amendments):** * हर साल **Union Budget** में इसमें बदलाव किए जाते हैं। * जैसे टैक्स स्लैब, दरें, छूट आदि बदलते रहते हैं। --- 👉 आसान भाषा में कहें तो: **Income Tax Act, 1961 वो नियम-पुस्तक है जिसके आधार पर भारत में टैक्स की पूरी व्यवस्था चलती है।** बहुत अच्छा सवाल 👍 **CGST** का मतलब है 👉 **Central Goods and Services Tax (केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर)** --- ### 📌 CGST क्या है? जब भारत में **GST (Goods & Services Tax)** 1 जुलाई 2017 को लागू हुआ, तो टैक्स को **केंद्र और राज्य सरकार** के बीच बाँट दिया गया। * **CGST**: केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाने वाला हिस्सा। * **SGST**: राज्य सरकार द्वारा लगाया जाने वाला हिस्सा। * **IGST**: अगर सामान/सेवा एक राज्य से दूसरे राज्य में जाती है, तो IGST लगता है। --- ### ⚖️ उदाहरण से समझिए: मान लीजिए आप दिल्ली में किसी दुकान से ₹1,000 का सामान खरीदते हैं और उस पर **18% GST** है। तो GST दो हिस्सों में बँटेगा – * **CGST (केंद्र का हिस्सा)** = 9% = ₹90 * **SGST (राज्य का हिस्सा)** = 9% = ₹90 👉 कुल टैक्स = ₹180 --- ### ✨ CGST की मुख्य बातें: 1. इसे **केंद्र सरकार वसूलती है**। 2. यह केवल **Intra-State Supply** (एक ही राज्य के भीतर लेन-देन) पर लगता है। 3. CGST Act, 2017 के तहत इसकी व्यवस्था है। 4. IGST में भी CGST का हिस्सा शामिल होता है, पर वह केंद्र और राज्य में बाँट दिया जाता है। --- 👉 आसान भाषा में: **CGST = GST का वह हिस्सा जो केंद्र सरकार को मिलता है।** बहुत अच्छा सवाल 👌 **IGST** का मतलब है 👉 **Integrated Goods and Services Tax (एकीकृत वस्तु एवं सेवा कर)** --- ## 📌 IGST क्या है? जब कोई **सामान या सेवा एक राज्य से दूसरे राज्य में सप्लाई होती है**, तब **IGST लगाया जाता है**। * इसे **केंद्र सरकार वसूलती है** और फिर राज्य सरकार को उसका हिस्सा देती है। * इसका प्रावधान **IGST Act, 2017** में किया गया है। --- ## ⚖️ उदाहरण से समझिए: मान लीजिए – * आप **दिल्ली** से सामान खरीदते हैं, * और वह सामान **उत्तर प्रदेश** भेजा जाता है, * उस पर **18% GST** लागू है। 👉 इस केस में **IGST = 18% (पूरा का पूरा)** लगेगा। * यानी ₹1,000 के सामान पर IGST = ₹180 * यह टैक्स केंद्र सरकार इकट्ठा करेगी, फिर UP सरकार को उसका हिस्सा देगी। --- ## ✨ IGST की मुख्य बातें: 1. यह केवल **Inter-State Supply** (एक राज्य से दूसरे राज्य) पर लगता है। 2. Export और Import पर भी **IGST** लगता है। 3. पूरे टैक्स को **केंद्र वसूलता है**, फिर राज्यों में बाँट देता है। 4. IGST की वजह से व्यापारियों को अलग-अलग राज्यों में रजिस्ट्रेशन कराने की ज़रूरत नहीं पड़ी। --- 👉 आसान भाषा में: **IGST = जब सामान/सेवा “State से State” जाए तो जो GST लगता है।** (यानी एक ही राज्य → CGST + SGST, दूसरे राज्य → IGST) समझ गया 👍 आप पूछ रहे हैं – **भारत में GST का पूरा Cash Process (यानि GST कैश लेन-देन/पेमेंट प्रोसेस) कैसे होता है?** 👉 GST में **Tax Payment और Cash Ledger Process** एकदम व्यवस्थित तरीके से चलता है। --- # 📌 **India GST Cash Process (Step by Step)** ### 1. **GST Payment के Mode** आप GST का भुगतान तीन तरीकों से कर सकते हैं – 1. **Internet Banking/NEFT/RTGS/Over-the-counter (Bank challan से)** 2. **Input Tax Credit (ITC) का उपयोग करके** 3. **Cash Ledger Balance से Adjustment करके** --- ### 2. **Electronic Ledgers in GST Portal** GST Portal ([www.gst.gov.in](http://www.gst.gov.in)) पर 3 तरह के Ledger होते हैं 👇 #### (a) **Electronic Cash Ledger** * इसमें आपके सारे Cash Payment (Challan से किए गए) दिखाई देते हैं। * इसका उपयोग **Tax, Interest, Penalty, Fees आदि चुकाने** में किया जाता है। #### (b) **Electronic Credit Ledger** * इसमें आपका **Input Tax Credit (ITC)** दिखाई देता है। * ITC का उपयोग केवल **Tax Payment** में किया जा सकता है (Interest/Penalty में नहीं)। #### (c) **Electronic Liability Ledger** * इसमें आपके ऊपर जितना Tax, Interest, Penalty, Fees बकाया है, वो दिखता है। * आपको Cash Ledger + Credit Ledger से यह Liability चुकानी होती है। --- ### 3. **GST Payment Process** 1. **Return File करते समय (GSTR-3B/GSTR-1):** * आप पहले अपनी **Tax Liability** (Tax Payable) निकालते हैं। 2. **ITC Adjustment:** * सबसे पहले Tax Payment Input Tax Credit (ITC) से Adjust होता है। 3. **Cash Payment:** * ITC के बाद भी अगर कुछ Tax बचा है → तो आप Challan (PMT-06) बनाकर Net Banking/NEFT से Payment करते हैं। * यह Payment आपके **Cash Ledger** में चला जाता है। 4. **Offset Liability:** * जब Return फाइल करते समय आप "Offset" करते हैं, तो आपकी Liability Ledger से Tax घटा दिया जाता है और Payment Complete हो जाता है। --- ### 4. **एक छोटा Example:** मान लीजिए – * आपकी Total GST Liability = ₹50,000 * ITC Available = ₹30,000 👉 Payment Process: * पहले ₹30,000 ITC Ledger से Adjust होगा। * बाकी ₹20,000 आपको Cash से भरना होगा (Challan से Payment)। * Offset करने पर Liability Zero हो जाएगी। ✅ --- ## ✨ Easy Formula: **Total Tax Liability = ITC Adjustment + Cash Payment** --- 👉 आसान भाषा में: GST Cash Process = **Return Filing → Liability निकलना → ITC से Adjust करना → बाकी Tax Cash Ledger से भरना → Offset करना** --- बहुत बढ़िया 👍 आपने बिलकुल सही पकड़ा – GST Tax Payment करने के लिए **4 Mode** होते हैं 👇 --- # 📌 **GST Payment Modes (Through Challan PMT-06)** ### 1. **Internet Banking (E-Payment)** * सीधे GST Portal से Payment करें। * बैंक चुनें → Net Banking Login करें → Payment कर दें। * Payment तुरंत आपके **Cash Ledger** में दिखाई देगा। --- ### 2. **NEFT/RTGS (Through Bank)** * Portal पर Challan (PMT-06) Generate करें। * बैंक जाकर NEFT/RTGS फॉर्म भरें। * पैसा आपके बैंक से GST के RBI Account में जाएगा। * Payment Successful होने पर Portal पर Update हो जाएगा (T+1 दिन में)। --- ### 3. **Over-the-Counter (OTC)** * Cash / Cheque / Demand Draft के द्वारा Payment। * सिर्फ़ **₹10,000 तक का Payment** Cash में किया जा सकता है। * इसके लिए भी पहले Portal से Challan Generate करना होगा। --- ### 4. **Credit/Debit Card (कुछ बैंकों में उपलब्ध)** * Portal से सीधे Debit/Credit Card से भी Payment कर सकते हैं। * यह भी तुरंत आपके Cash Ledger में Update हो जाता है। --- # ⚖️ **GST Payment का पूरा Flow** 1. GST Portal पर **Challan PMT-06** बनाओ। 2. Payment Mode चुनो (Net Banking / NEFT-RTGS / OTC / Card)। 3. Payment करो। 4. पैसा **Electronic Cash Ledger** में दिखाई देगा। 5. Return भरते समय Cash Ledger + ITC Ledger से **Liability Offset** करो। --- 👉 आसान भाषा में: **GST Payment = Challan बनाओ → Payment Mode चुनो → Bank से Payment करो → Cash Ledger Update → Return में Offset** ✅ blogger tips Anil Kumar anil kumar post end




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